दरवाजा खटका, खोला तो सामने सुंदर, चमचमाती, तलाकशुदा पड़ोसन सजी सजाई खड़ी थी, वह बोली - अकेलापन अब सहन नहीं होता, मैं भी चाहती हूं कि बाहर निकलूँ, ड्र…